विश्व स्वास्थ्य संगठन (WORLD HEALTH ORGANIZATION: WHO) | Current Affairs | Vision IAS
मेनू
होम

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए प्रासंगिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विकास पर समय-समय पर तैयार किए गए लेख और अपडेट।

त्वरित लिंक

High-quality MCQs and Mains Answer Writing to sharpen skills and reinforce learning every day.

महत्वपूर्ण यूपीएससी विषयों पर डीप डाइव, मास्टर क्लासेस आदि जैसी पहलों के तहत व्याख्यात्मक और विषयगत अवधारणा-निर्माण वीडियो देखें।

करंट अफेयर्स कार्यक्रम

यूपीएससी की तैयारी के लिए हमारे सभी प्रमुख, आधार और उन्नत पाठ्यक्रमों का एक व्यापक अवलोकन।

ESC

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WORLD HEALTH ORGANIZATION: WHO)

05 Mar 2025
41 min

सुर्ख़ियों में क्यों?

संयुक्त राज्य अमेरिका ने WHO से अलग होने की घोषणा कर दी है। इससे अमेरिका की ओर से WHO को प्राप्त होने वाले सभी तरह के फंड, सहायता या संसाधनों के हस्तांतरण पर रोक लग गई है।

WHO में अमेरिका

  • संस्थापक सदस्य: WHO की स्थापना 1948 में हुई थी तथा अमेरिका WHO के संस्थापक सदस्यों में से एक था। तब से अमेरिका WHO के कार्यों को आकार देने और इसके विभिन्न गतिविधियों को संचालित करने में भाग लेता रहा है।
  • इससे पहले सदस्यता छोड़ना: अमेरिका इससे पहले 2020 में निम्नलिखित कारणों का हवाला देते हुए खुद को WHO से अलग कर लिया था:
    • कोविड-19 महामारी एवं अन्य वैश्विक स्वास्थ्य संकटों से ठीक से न निपटना,
    • तत्काल आवश्यक सुधारों को अपनाने में विफलता, और
    • सदस्य देशों के अनुचित राजनीतिक प्रभाव से स्वतंत्र रहने में WHO की असमर्थता।
  • अमेरिका से फंडिंग: अमेरिका WHO के द्वि-वर्षीय बजट का सबसे बड़ा स्रोत है, जो 2025 में समाप्त हो रहा है।
    • इसके तहत WHO के लगभग 6.5 बिलियन डॉलर के कुल बजट में से करीब 15% (लगभग 958 मिलियन डॉलर) की धनराशि अमेरिका से मिलने की उम्मीद है।

WHO के बारे में

  • यू.एन. एजेंसी: WHO संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष स्वास्थ्य एजेंसी है। इसका मुख्य कार्य वैश्विक स्वास्थ्य खतरों के प्रति विभिन्न देशों की प्रतिक्रियाओं का समन्वय करना है।
  • उत्पत्ति: 1946 में न्यूयॉर्क में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य सम्मेलन के दौरान WHO के संविधान को अपनाया गया। बाद में यह 1948 में लागू हुआ।
  • प्रमुख कार्य: WHO स्वास्थ्य आपात स्थितियों के प्रति वैश्विक प्रतिक्रिया का समन्वय करता है, लोगों के कल्याण को बढ़ावा देता है, बीमारियों की रोकथाम करता है एवं स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सेवाओं का विस्तार करता है।
    • इसके अलावा, यह स्वास्थ्य क्षेत्रक में गरीब देशों को तकनीकी सहायता प्रदान करता है। साथ ही, यह दुर्लभ टीकों, दवाओं की आपूर्ति और रोगों का उपचार उपलब्ध कराने में मदद करता है तथा मानसिक स्वास्थ्य और कैंसर सहित सैकड़ों स्वास्थ्य स्थितियों के लिए दिशा-निर्देश निर्धारित करता है।
  • सदस्यता: 194 सदस्य देशों को 6 क्षेत्रों में बांटा गया है। ये क्षेत्र हैं- अफ्रीका, अमेरिका, पूर्वी भूमध्यसागरीय क्षेत्र, यूरोप, दक्षिण-पूर्व एशिया और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र।
    • संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देश WHO के संविधान को स्वीकार करके इसका सदस्य बन सकते हैं।
    • अन्य देशों को सदस्य के रूप में तभी शामिल किया जा सकता है जब उनके आवेदन को विश्व स्वास्थ्य सभा (World Health Assembly: WHA) में साधारण बहुमत से मंजूरी दे दी जाती है।
  • फंडिंग: सबसे ज्यादा फंडिंग (2020-23) अमेरिका, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, यूनाइटेड किंगडम और जर्मनी से प्राप्त होती है। फंडिंग के दो मुख्य स्रोत हैं:
    • निर्धारित योगदान (Assessed contributions: AC): सदस्य देश अपने निर्धारित योगदान का भुगतान करते हैं, जो किसी देश के सकल घरेलू उत्पाद का कुछ प्रतिशत (संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा स्वीकृत) होता है।
      • सदस्य देश विश्व स्वास्थ्य सभा में हर दो वर्ष में इन्हें अनुमोदित करते हैं तथा ये कुल बजट का 20% से भी कम राशि को कवर करते हैं।
    • स्वैच्छिक योगदान (Voluntary Contributions: VC): यह मुख्य रूप से सदस्य देशों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र के अन्य संगठनों, अंतर-सरकारी संगठनों, परोपकारी संस्थाओं, निजी क्षेत्रक तथा अन्य स्रोतों से प्राप्त होता है।
  • प्रशासनिक और संगठनात्मक संरचना:
    • विश्व स्वास्थ्य सभा (World Health Assembly: WHA): यह WHO में निर्णय लेने वाला सर्वोच्च निकाय है। WHA का आयोजन प्रतिवर्ष जिनेवा, स्विट्जरलैंड में किया जाता है
      • इसका मुख्य कार्य संगठन की नीतियों को निर्धारित करना, महानिदेशक की नियुक्ति करना, वित्तीय नीतियों की निगरानी करना तथा प्रस्तावित कार्यक्रम के बजट की समीक्षा करना और उसे मंज़ूरी देना है।
    • कार्यकारी बोर्ड: यह WHA के निर्णयों और नीतियों को लागू करता है। इसका नेतृत्व WHO का महानिदेशक करता है।
      • महानिदेशक की नियुक्ति WHA द्वारा कार्यकारी बोर्ड के नामांकन के आधार पर की जाती है।
    • WHO मुख्यालय: WHO का मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा में स्थित है। इसके 150 देशों में कार्यालय होने के साथ-साथ 6 क्षेत्रीय कार्यालय भी हैं। 

WHO का महत्त्व

  • अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य कानूनों को विनियमित करना: इसने अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमों (International Health Regulations: IHR) को आकार दिया है, जो WHO के सदस्य देशों के लिए कानूनी रूप से बाध्यकारी हैं।
  • सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC): WHO के कार्यक्रम प्राथमिक और निवारक स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच तथा लोगों के लिए स्थायी वित्तीय सुरक्षा पर जोर देते हैं।
  • WHO की ग्लोबल ड्रग फैसिलिटी वैश्विक ने विकासशील देशों में लाखों रोगियों की उच्च गुणवत्ता वाली टी.बी. रोधी दवाओं तक पहुँच सुनिश्चित की है।
  • वर्तमान में, विश्व के कम-से-कम आधे लोगों को उनकी आवश्यकता के अनुसार स्वास्थ्य देखभाल नहीं मिल पाती है। साथ ही स्वास्थ्य देखभाल पर होने वाला आय से अधिक खर्च हर वर्ष लगभग 100 मिलियन लोगों को अत्यधिक गरीबी की ओर धकेलता है।
  • स्वास्थ्य आपात स्थितियों से निपटना: यह स्वास्थ्य आपात स्थितियों के लिए तैयारी करने, उनका पता लगाने, उनका मुकाबला करने और उनसे उबरने में देशों को सहायता प्रदान करता है। यह अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिमों से बचाने के लिए पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न (PHEIC) घोषित करता है।
  • रोगों का उन्मूलन:  WHO ने चेचक के उन्मूलन में अहम भूमिका निभाई एवं पोलियो के उन्मूलन के लिए वैश्विक प्रयासों का नेतृत्व किया। इसके अलावा WHO ने भारत सहित सात देशों में कुष्ठ रोग, ट्रेकोमा जैसे उष्णकटिबंधीय रोगों को समाप्त कर दिया।

 

WHO की कमियां

  • बड़े पैमाने वाले रोगों ​​के प्रति अपर्याप्त समन्वित प्रतिक्रिया: कुछ लोग 2014 के इबोला प्रकोप को PHEIC घोषित करने में देरी करने के लिए WHO की आलोचना करते हैं। वहीं अन्य लोग 2009 के स्वाइन फ्लू के प्रति इसकी प्रतिक्रिया को असंगत बताते हैं, क्योंकि तब स्वाइन फ्लू का प्रकोप हल्का था।
  • राजनीतिक दबाव: ऐसा माना जाता है कि WHO पर विश्व के कुछ देशों विशेष रूप से चीन और अमेरिका का अनुचित राजनीतिक दबाव है।
    • उदाहरण के लिए, WHO ने चीनी की खपत कम करने के लिए शीतल पेय पदार्थों पर कर लगाने का समर्थन किया। परिणामस्वरूप WHO को पेय उद्योग और अमेरिकी सरकार की ओर से विरोध का सामना करना पड़ा।
  • जटिल संगठनात्मक संरचना: एक से अधिक विभागों के कार्यों में ओवरलैपिंग, क्षेत्रीय कार्यालयों को प्राप्त व्यापक स्वायत्तता, काम-काज की कठोर प्रक्रियाएं, आदि निर्णय लेने की प्रक्रिया को धीमा कर देती हैं।
  • वित्तीय स्वतंत्रता और प्रभावी कानूनी शक्तियों का अभाव: इस वजह से WHO सहयोग करने में अनिच्छुक या असमर्थ देशों को प्रभावित नहीं कर पाता है। साथ ही, WHO को कॉर्पोरेट और अन्य गैर-सरकारी संस्थाओं से निपटने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
  • हितों का टकराव: WHO पर यह आरोप लगा है कि उसके निर्णय फार्मास्यूटिकल क्षेत्रक के हितों से प्रभावित रहे हैं।

WHO में सुधार

  • ट्रांसफॉर्मेशन एजेंडा (2017): WHO का "ट्रांसफॉर्मेशन एजेंडा (2017)" वैश्विक स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार लाने का एक व्यापक प्रयास है। इस एजेंडे का प्राथमिक उद्देश्य- 
    • WHO को 21वीं सदी की स्वास्थ्य चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए तैयार करना है। 
    • यह WHO को एक मजबूत और अधिक प्रतिक्रियाशील संगठन बनाने पर केंद्रित है, जो दुनिया भर के देशों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को बेहतर ढंग से पूरा कर सके।
  • तीन-स्तरीय संचालन मॉडल: इसके तहत WHO के किसी देश में स्थित कार्यालय, क्षेत्रीय कार्यालय और मुख्यालय शामिल हैं जो "वन WHO" के रूप में कार्य करते हैं। WHO में चीफ साइंटिस्ट के एक नए कार्यकारी स्तर के पद का सृजन किया जाना है।
    • इसके अलावा, इन क्षेत्रीय केंद्रों पर अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए, WHO ने यूनिसेफ की नीति के समान, अपने कर्मचारियों को विश्व भर में अलग-अलग पदों पर भेजने की भी शुरुआत की है।
  • सतत वित्तपोषण: WHO ने अपनी नई रणनीति के लिए वित्तपोषण सुरक्षित करने हेतु 2024 में अपना पहला निवेश दौर शुरू किया।
    • WHO ने अपने बजटीय, कार्यक्रम संबंधी और वित्तीय प्रशासन को मजबूत करने के लिए एजाइल मेंबर स्टेट टास्क ग्रुप की भी स्थापना की है।
  • WHO रिजल्ट्स फ्रेमवर्क: यह आउटपुट स्कोरकार्ड और प्रदर्शन संकेतकों का उपयोग करके राष्ट्रों के स्तर पर प्रगति को ट्रैक करता है।
  • आपूर्ति श्रृंखला और लॉजिस्टिक्स: समर्पित परिवहन और लॉजिस्टिक्स केंद्र चिकित्सा सामग्रियों के प्रभावी और सुचारू वितरण को सुनिश्चित करते हैं।
  • साझेदारियां: WHO यूथ काउंसिल, WHO सिविल सोसाइटी कमीशन, WHO फाउंडेशन तथा गूगल और फीफा जैसे संगठनों के साथ साझेदारी।
  • घटना प्रबंधन प्रणाली: यह आपात स्थितियों के दौरान चिकित्सा टीमों की तैनाती तथा जरूरी चिकित्सा उपकरणों और दवाओं की शीघ उपलब्धता सुनिश्चित करती है।

 

 

 

 

 

Title is required. Maximum 500 characters.

Search Notes

Filter Notes

Loading your notes...
Searching your notes...
Loading more notes...
You've reached the end of your notes

No notes yet

Create your first note to get started.

No notes found

Try adjusting your search criteria or clear the search.

Saving...
Saved

Please select a subject.

Referenced Articles

linked

No references added yet

Subscribe for Premium Features