सुर्ख़ियों में क्यों?
1 जनवरी, 2025 को नीति आयोग (नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया) ने अपना दसवां स्थापना दिवस मनाया।
नीति आयोग के बारे में
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नीति आयोग की उपलब्धियां

- सहकारी संघवाद में वृद्धि: नीति आयोग ने केंद्र और राज्य सरकारों के बीच एक सेतु के रूप में कार्य किया है। इससे क्षेत्रीय प्राथमिकताओं को राष्ट्रीय लक्ष्यों के साथ जोड़ने के लिए सहयोग को बढ़ावा मिला है।
- उदाहरण के लिए- नीति आयोग का 'टीम इंडिया हब' राष्ट्रीय विकास एजेंडा की दिशा में काम करने हेतु सभी राज्यों को शामिल करता है।
- एक अन्य उदाहरण आकांक्षी जिला कार्यक्रम (ADP) है। इसका उद्देश्य देश भर के 112 सबसे पिछड़े जिलों का तेजी से और अधिक प्रभावी विकास करना है। नीति आयोग जिला स्तर पर प्रगति को तेज करने के लिए संबंधित मंत्रालयों और विभिन्न विकास भागीदारों के साथ मिलकर काम करता है।
- प्रतिस्पर्धी संघवाद को मजबूत किया: आयोग ने डेटा-संचालित और पारदर्शी सूचकांक एवं रैंकिंग प्रणालियों के माध्यम से राज्यों के बीच प्रभावी प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दिया है।
- उदाहरण के लिए- राजकोषीय स्वास्थ्य सूचकांक, आकांक्षी जिला कार्यक्रम, समग्र जल प्रबंधन सूचकांक, राज्य ऊर्जा और जलवायु सूचकांक आदि।
- गवर्नेंस और नीतिगत सलाह: नीति आयोग ने एक थिंक टैंक के रूप में दीर्घकालिक रणनीतिक नीतियों पर सलाह दी है। साथ ही, पूर्ववर्ती योजना आयोग की वित्तीय आवंटन केंद्रित नीति से हटकर विकेंद्रीकृत शासन दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया है।
- उदाहरण के लिए- इसने बेहतर गवर्नेंस और नीतिगत कार्यान्वयन के लिए स्टेट इंस्टीटूशन्स ऑफ ट्रांसफॉर्मेशन (State Institutions of Transformation: SITs) की स्थापना में कई राज्यों की सहायता की है।

- नवाचार, उद्यमशीलता और डिजिटल परिवर्तन को बढ़ावा दिया: नीति आयोग ने नवाचार, उद्यमिता और डिजिटल परिवर्तन को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक पहलें शुरू की हैं। जैसे- अटल इनोवेशन मिशन (अटल टिंकरिंग लैब्स, अटल इन्क्यूबेशन सेंटर आदि), नॉलेज एंड इनोवेशन हब, नेशनल डेटा एंड एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म (NDAP), डिजिटल भुगतान के लिए रोडमैप, आदि।
- क्षेत्रीय और अंतर-क्षेत्रीय सामाजिक हस्तक्षेप: उदाहरण के लिए- उत्तर पूर्व के लिए नीति फोरम, सस्टेनेबल एक्शन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग ह्यूमन कैपिटल इन एजुकेशन (SATH-E) पहल, पोषण अभियान, राज्य स्वास्थ्य सूचकांक, स्कूल शिक्षा गुणवत्ता सूचकांक आदि।
- सतत विकास लक्ष्य (SDGs) की निगरानी: भारत में सतत विकास लक्ष्यों की निगरानी और उन्हें अपनाने की जिम्मेदारी निभाते हुए, नीति आयोग देश की विकास योजनाओं को इन लक्ष्यों के अनुरूप करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उदाहरण के लिए- SDG इंडिया इंडेक्स।
निष्कर्ष
नीति आयोग ने सहकारी संघवाद, रणनीतिक योजना और नवाचार को बढ़ावा देने के माध्यम से भारत के नीति परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हालांकि, इसकी प्रभावशीलता कई सीमाओं से बाधित है। नीति आयोग को अधिक प्रभावी बनाने के लिए इसे एक सशक्त संस्थान के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है, जिसमें अधिक वित्तीय स्वायत्तता, संसाधन आवंटन और मजबूत नीतिगत प्रवर्तन तंत्र शामिल हो। इससे राज्यों तथा केंद्र और राज्यों के बीच भी बेहतर समन्वय सुनिश्चित किया जा सकेगा, जिससे इसकी प्रभावशीलता और बढ़ेगी।