समर्थ (वस्त्र क्षेत्रक में क्षमता निर्माण की योजना) (Samarth: Scheme for Capacity Building in Textiles Sector) | Current Affairs | Vision IAS
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समर्थ (वस्त्र क्षेत्रक में क्षमता निर्माण की योजना) (Samarth: Scheme for Capacity Building in Textiles Sector)

Posted 04 Feb 2025

Updated 11 Feb 2025

19 min read

सुर्खियों में क्यों?

हाल ही में, सरकार ने समर्थ योजना को मार्च 2026 तक बढ़ा दिया है। इसमें 3 लाख लोगों को वस्त्र से संबंधित कौशल में प्रशिक्षण देने के लिए 495 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।

उद्देश्य

मुख्य विशेषताएं

  • रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए वस्त्र क्षेत्रक (कताई और बुनाई को छोड़कर) में उद्योग-संरेखित NSQF-अनुरूप प्रशिक्षण प्रदान करना।
  • हथकरघा, हस्तशिल्प, रेशम उत्पादन और जूट के पारंपरिक क्षेत्रों में कौशल और अपस्किलिंग/ रीस्किलिंग को बढ़ावा देना।
  • समाज के सभी वर्गों को वेतन या स्व-रोजगार के माध्यम से स्थायी आजीविका सुनिश्चित करना।
  • मंत्रालय: वस्त्र मंत्रालय। 
  • प्रारंभ वर्ष: 2017. 
  • मान्यता अवधि: मार्च 2026 तक। 
  • कार्यान्वयन एजेंसियां:
    • वस्त्र उद्योग;
    • वस्त्र मंत्रालय / राज्य सरकारों के संस्थान / संगठन जिनके पास प्रशिक्षण बुनियादी ढांचा और वस्त्र उद्योग के साथ प्लेसमेंट टाई-अप हैं।
    • प्रतिष्ठित प्रशिक्षण संस्थान/ एनजीओ/ सोसाइटियां/ ट्रस्ट/ संगठन/ कंपनियां/ स्टार्ट-अप/ उद्यमी जो वस्त्र उद्योग के साथ प्लेसमेंट टाई-अप के साथ वस्त्र क्षेत्र में सक्रिय हैं।
  • कार्यान्वयन का फ्रेमवर्क: क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के लिए लागत सहित समग्र कार्यान्वयन के लिए समग्र फ्रेमवर्क कौशल विकास नीति फ्रेमवर्क के अनुसार होगा, अर्थात सामान्य मानदंड, राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (NSQF) आदि, जिसे कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) द्वारा अपनाया गया है।
    • इस योजना में प्रवेश स्तर के पाठ्यक्रम और प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल होंगे। 
  • प्रशिक्षण केंद्र की ब्रांडिंग: कार्यान्वयन एजेंसियों को योजना और प्रशिक्षण केंद्रों को मानकीकृत विपणन पद्धतियों के माध्यम से बढ़ावा देने के लिए सरकारी ब्रांडिंग दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
  • प्रशिक्षुओं का चयन: महिलाओं, SCs/ STs, दिव्यांगजनों, अल्पसंख्यकों, BPL श्रेणी के व्यक्तियों जैसे हाशिय पर रहे सामाजिक समूहों तथा नीति आयोग द्वारा अधिसूचित आकांक्षी जिलों को वरीयता दी जाएगी।
  • वर्तमान स्थिति: इस योजना के तहत अब तक 3.27 लाख उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया है। इनमें से 2.6 लाख (79.5%) को रोजगार मिला है। 
    • महिलाओं के रोजगार पर जोर दिया गया है और अब तक 2.89 लाख (88.3%) महिलाएं प्रशिक्षित की जा चुकी हैं।
  • वित्तीय सहायता: योजना सहायता केवल उन लागत मदों के लिए प्रदान की जाएगी, जो MSDE के सामान्य मानकों के तहत कवर किए गए हैं और जिन्हें मंत्रालय ने इस योजना के तहत स्वीकृत किया है।
  • प्रबंधन सूचना प्रणाली (MIS): एक एकीकृत वेब-आधारित MIS प्लेटफॉर्म योजना के कार्यान्वयन की निगरानी करेगा और कार्यान्वयन एजेंसियों सहित हितधारक पंजीकरण की सुविधा प्रदान करेगा।
  • आधार आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति: केंद्रीयकृत MIS के साथ एक अनिवार्य आधार सक्षम बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली को एकीकृत किया जाएगा, जो प्रशिक्षकों और प्रशिक्षुओं की वास्तविक समय उपस्थिति सुनिश्चित करेगी।
    • मूल्यांकन के लिए न्यूनतम 80% उपस्थिति अनिवार्य है।
  • सॉफ्ट स्किल्स: कार्यक्रम का उद्देश्य प्रशिक्षुओं को लक्षित डोमेन विशिष्ट हार्ड स्किल्स के अलावा, सॉफ्ट स्किल्स (जीवन प्रबंधन कौशल) प्रदान करना भी होगा।
  • मूल्यांकन और प्रमाणन: सभी पात्र प्रशिक्षुओं के लिए थर्ड पार्टी मूल्यांकन एवं प्रमाणन अनिवार्य होगा।
  • शिकायत निवारण: किसी भी शिकायत को तीन तरीकों से दायर किया जा सकता है- कॉल सेंटर, मोबाइल ऐप या योजना की वेबसाइट के माध्यम से।
    • यदि शिकायत का 15 दिनों के भीतर निवारण नहीं किया जाता है, तो इसे MIS द्वारा अगले 21 दिनों के भीतर निवारण के लिए मंत्रालय में समर्थ को संभालने वाले निदेशक को भेजा जाएगा, जिन्हें शिकायत निवारण अधिकारी (GRO) के रूप में नामित किया जाएगा।
  • रोजगार लिंकेज: संगठित वस्त्र क्षेत्रक के तहत पाठ्यक्रमों में प्रवेश स्तर पर 70% और अपस्किलिंग कार्यक्रमों के लिए 90% अनिवार्य प्लेसमेंट किया जाएगा।
  • Tags :
  • नीति आयोग
  • वस्त्र मंत्रालय
  • समर्थ (वस्त्र क्षेत्रक में क्षमता निर्माण की योजना)
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